सीएम और एलजी में टकराव ठीक नहीं

राज निवास को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि उसके किसी भी फैसले या कदम से राजनीति न झलकने पाए। जन सामान्य के बीच कई सवाल उभर रहे हैं कि एलजी गलत हैं या सरकार? दोनों में बात-बात पर पाला खिंचने से राज निवास की गरिमा प्रभावित होती है

Created By : ashok on :18-01-2023 15:43:18 संजय मग्गू खबर सुनें


संजय मग्गू


शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने का मामला हो या फिर कोई और मुद्दा, उप-राज्यपाल और दिल्ली सरकार के बीच लगातार जारी तनातनी किसी भी नजरिये से उचित नहीं है। दोनों पक्षों को अपनी-अपनी सीमाओं का ध्यान रखना चाहिए कि किसे क्या करना है? समझ में नहीं आता कि शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए फिनलैंड भेजने में आखिर क्या परेशानी है? उप-राज्यपाल की ओर से लागत और लाभ का जो फार्मूला पेश किया जा रहा है,

वह कहीं से गले नहीं उतरता। शिक्षा और चिकित्सा ऐसे मुद्दे हैं, जिनकी बेहतरी के लिए उठाए गए कदमों में लाभ-हानि जैसी चीजें आड़े नहीं आनी चाहिए। आप शासन चला रहे हैं या व्यापार कर रहे हैं? दरअसल, राजधानी दिल्ली में जबसे आम आदमी पार्टी सत्ता पर काबिज हुई है, तबसे इस तरह की खींचतान कुछ ज्यादा ही दिखाई दे रही है। पहले नजीब जंग तलवार भांजते रहे, फिर अनिल बैजल और अब विनय सक्सेना ने अखाड़े में ताल ठोंक रखी है।

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सवाल यह है कि क्या राज्य सरकार के साथ तभी सामंजस्य स्थापित हो सकता है, जबकि वह केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी की हो? दीगर दलों की राज्य सरकारों के साथ राज्यपालों के मनमुटाव को आखिर क्या समझा जाना चाहिए? राज निवास को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि उसके किसी भी फैसले या कदम से राजनीति न झलकने पाए। जन सामान्य के बीच कई सवाल उभर रहे हैं कि एलजी गलत हैं या सरकार? दोनों में बात-बात पर पाला खिंचने से राज निवास की गरिमा प्रभावित होती है

और सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं। यह दोनों की जिम्मेदारी है कि शासन सुचारू रूप से चले, ताकि दिल्ली के विकास और आम जन को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने के कार्य हों। परस्पर टकराव दिल्ली और दिल्ली वासियों का नुकसान कर रहा है। इससे किसी भी हाल में बचने की जरूरत है। अगर राज्य सरकार के फैसले सही हैं, उसके कदम जन हितकारी हैं, तो राज निवास का समर्थन उसे जरूर मिलना चाहिए, कोई आर्थिक नफा-नुकसान देखे बगैर। और, अगर अनुचित-अनुपयोगी हैं, तो राज निवास को एक अभिभावक की भूमिका निभाते हुए सरकार को समझाना चाहिए। ध्यान रहे, टकराव किसी भी समस्या का हल नहीं हो सकता।

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