जहरीली शराब पर रोक लगाए सरकार

अक्टूबर-नवंबर महीने में जहरीली शराब पीने से 47 लोगों की मौत हुई थी, तो प्रदेश में बहुत हो हल्ला मचा था। विधानसभा में यह मुद्दा बहुत जोर-शोर से उठाया गया था।

Created By : Manuj on :24-11-2022 11:22:15 संजय मग्गू खबर सुनें
ये भी पढ़ें

हैवानियत की सारी हदें पार करता `इंसान`

संजय मग्गू

जहरीली शराब पर रोक लगाए सरकार

जहरीली शराब पीने से सोनीपत और पानीपत के चार लोगों की मौत हो गई। तीन लोग अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं। मरने वाले तीन लोग पानीपत शुगर मिल में अनुबंध पर सफाई कर्मी थे। कहा तो जा रहा है कि उनकी शराब में कोई रसायन मिला हुआ था। इस बात की पुष्टि तो जांच के बाद होगी, लेकिन यह भी सच है कि प्रदेश में कच्ची शराब बड़े पैमाने पर बनाई और बेची जा रही है।

दो साल पहले जब अक्टूबर-नवंबर महीने में जहरीली शराब पीने से 47 लोगों की मौत हुई थी, तो प्रदेश में बहुत हो हल्ला मचा था। विधानसभा में यह मुद्दा बहुत जोर-शोर से उठाया गया था। सरकार ने सिर्फ नौ लोगों के मरने की पुष्टि की थी। नशीले पदार्थों की खपत पंजाब के बाद सबसे ज्यादा हरियाणा में होती है। गांजा, शराब, स्मैक, अफीम, चूरा पोस्त से लेकर अन्य सभी प्रकार के नशे की सामग्री हरियाणा में बहुत बिकती है। पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे गांवों में कच्ची शराब बनाई और बेची जाती है। इस बात की जानकारी दोनों प्रदेश के अधिकारियों को होती है

ये भी पढ़ें

श्रम करने में नहीं रहना चाहिए पीछे

, लेकिन उस पर लगाम लगाने की कोशिश कभी शायद ही की जाती हो। इस मामले में भी मुख्यमंत्री मनोहर लाल का यही कहना है कि नशा तस्करों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। नशा तस्करी में लिप्त पाए गए लोगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। सीएम के इस बयान का कोई मतलब तब है, जब संबंधित विभाग के अधिकारी और पुलिस मिलकर पूरे प्रदेश में अवैध नशीले पदार्थ की बिक्री पर रोक लगा दें। लेकिन यह सभी जानते हैं

कि मुख्यमंत्री की इच्छा सिर्फ इच्छा ही बनकर रह जाएगी क्योंकि अधिकारी निहित स्वार्थों के चलते नशीले पदार्थों की बिक्री पर रोक नहीं लगाते हैं। अभी हाल में आए आंकड़े के मुताबिक राजस्थान से चिट्टा बड़ी मात्रा में हरियाणा आता है। दिल्ली से स्मैक और मध्य प्रदेश से अफीम की खेप आती है। हरियाणा से सटे प्रदेशों से कुछ न कुछ नशीला पदार्थ आ ही रहा है। यदि प्रदेश सरकार सचमुच कड़ाई से नशा तस्करी पर लगाम लगाए, तो जहरीली शराब सहित अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री पर लगाम लगाई जा सकती है। प्रदेश की सीमाओं से सटे इलाके में बनने वाली कच्ची शराब में जब नशा बढ़ाने के लिए मिलावट की जाती है, तो वह जहरीली हो जाती है।

Share On