स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जारी की जरूरी दवाओं की नई सूची

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताते हुए मंगलवार को कहा कि किसी भी दवा के दाम में बेवजह बढ़ोतरी को रोकने के लिए व्यवस्था की जा रही है।

Created By : Sapna on :13-09-2022 19:42:23 फोटो केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया खबर सुनें

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताते हुए मंगलवार को कहा कि किसी भी दवा के दाम में बेवजह बढ़ोतरी को रोकने के लिए व्यवस्था की जा रही है। मंडाविया ने यहां 'राष्ट्रीय आवश्यक दवाओं की सूची' जारी करते हुए कहा कि इस सूची में शामिल किसी भी दवा की कीमत संबंधित कंपनी द्वारा अपने दम पर या स्वेच्छा से नहीं बढ़ाई जा सकती है। सूची में शामिल सभी दवाओं की कीमत राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण द्वारा निर्धारित की जाएगी। सूची में शामिल सभी दवाओं की कीमतें थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर तय की जाएंगी।
दरअसल, 2015 के बाद अब यह लिस्ट 2022 एनईएलएम (नेशनल एसेंशियल लिस्ट ऑफ मेडिसिन्स) में जारी की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि 2015 के बाद 2022 में अपडेट करके एनईएलएम आपके सामने है। यह एक लंबी प्रक्रिया है, फिर इसमें कोई दवा शामिल है।

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वर्तमान सूची तैयार करने के लिए 350 से अधिक विशेषज्ञों के साथ 140 से अधिक बैठकें की गई हैं। मंडाविया ने कहा, सरकार जरूरत पड़ने पर देश में सभी को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में एक मजबूत स्वास्थ्य ढांचा तैयार कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र और प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 15 लाख की आबादी के लिए स्वास्थ्य केंद्र बनाए जा रहे हैं। इन केंद्रों पर 15 बीमारियों का इलाज होगा। इससे आम आदमी के स्वास्थ्य खर्च में कमी आएगी और समाज में समृद्धि आएगी। इस सूची में वे दवाएं शामिल हैं, जो सुरक्षा, सस्ती और सुलभता के अनुसार हैं।
एनपीपीए अधिकतम कीमत तय करेगा। कंपनी कीमत नहीं बढ़ा सकती। दवा में अनुपयोगी की कीमत नहीं बढ़ सकती। यदि आप लगभग सभी दवाओं को 384 दवाओं में मिला दें, तो 1000 से अधिक फॉर्मूलेशन होंगे। इसकी कीमत अब संशोधित की जाएगी ताकि सभी को सस्ती दवा मिल सके।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सूची है। यह प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक देखभाल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हमारे देश में जो दवा स्वीकृत और लाइसेंस प्राप्त है, वही दवा इस सूची में है। बीमारियों के लिए दवाएं हैं जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के मुद्दे हैं। जिन दवाओं की कीमत और प्रभावकारिता प्रमाणित हो चुकी है, वे दवाएं इस सूची में हैं। 2022 की सूची में 384 दवाएं हैं। 34 नई दवाएं जोड़ी गई हैं और 26 को हटा दिया गया है। 27 को चिकित्सीय श्रेणी में विभाजित किया गया है।

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