मोटापा है बहुत नुकसानदेह, राहत पाने के लिए करें ये काम, वरना...
मनुष्य के शरीर का अत्यधिक मोटा होना अथवा थुलथुला होना, उसके लिए कई प्रकार से नुकसानदेह साबित होता है। ऐसा व्यक्ति ना तो अधिक परिश्रम ही कर पाता है और ना ही अधिक धूप-ताप आदि को झेल पाता है।
Created By : Sapna on :02-09-2022 09:15:30 प्रतीकात्मक खबर सुनेंमनुष्य के शरीर का अत्यधिक मोटा होना अथवा थुलथुला होना, उसके लिए कई प्रकार से नुकसानदेह साबित होता है। ऐसा व्यक्ति ना तो अधिक परिश्रम ही कर पाता है और ना ही अधिक धूप-ताप आदि को झेल पाता है। हार्डवर्क तो ऐसा व्यक्ति कभी कर ही नहीं पाता है और भागने दौड़ने की तो आप छोड़ ही दें, वह सामान्य चाल से भी अधिक दूरी तय करने में असक्षम ही रहता है। वहीं अगर आपके भी शरीर का वजन बढ़ने लगा है और आप इसे लेकर चिंतित हैं तो हम आपको बताएंगे कि, आगे की जिंदगी में आपको क्या करना है और क्या नहीं करना चाहिए। जिससे आप हेल्थी और फिट रह पाएं। तो आइए जानते हैं स्वास्थ्य से जुड़ी कुछ ऐसी ही बातों के बारे में...
क्या करें
1.भोजन नियमित समय पर (सुबह 09:00 से 11:00 बजे तथा शाम को 05:00 से 07:00 के बीच) सीमित मात्रा में पचने में हल्का रुक्ष करें । सलाद व सब्जियों का उपोयोग अधिक करें । गेहूँ का उपयोग कम करें । जौ, ज्वार या बाजरे की रोटी लें ।
2. प्राणायाम, आसन, तेजी से चलना, दौड़ना, तैरना आदि शारीरिक श्रम नियमित करें । सप्ताह में 1 दिन उपवास जरूर करें ।
3. तखत पर पतला बिस्तर बिछाकर सोना, तिल या सरसों के तेल से मालिश करना सामान्यतया लम्बे-गहरे श्वास लेना लाभकारी है ।
4. प्रात:काल गुनगुने पानी में शहद तथा नींबू का रस मिलाकर लें । गर्म-गर्म अन्न, गर्म पानी, चावल के माँड का सेवन करें ।
5. शहद, आँवला चूर्ण, गोमूत्र अर्क, त्रिफला चूर्ण शुद्ध शिलाजीत तथा सोंठ अदि का सेवन हितकारी है ।
क्या न करें
1. पचने में भारी मधुर व शीतल आहार का सेवन, अधिक मात्रा में भोजन व निद्रा तथा व्यायाम व परिश्रम का अभाव आदि कारणों से शरीर स्थूल होता है । अतः इनसे बचें ।
2. दिन में सोना, लगातार बैठे रहना, देर रात को भोजन करना, भोजन में नमक का अधिक प्रयोग, गद्दों तथा ए.सी. या कूलर की हवा में सोना, आराम प्रियता आदि का त्याग करें ।
3. कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा वाले पदार्थ जैसे चावल, शक्कर, गुड़, आलू, शकरकंद व इनसे बने हूए व्यंजन, स्निग्ध पदार्थ जैसे घी, तेल व इन से बने पदार्थ एवं दही, दूध से बने खोया, मिठाई आदि व्यंजन और सूखे मेवे व फास्ट फूड के सेवन से बचें ।
4. अधिक तनाव भी अति स्थूलता का कारण हो सकता है, अतः इससे बचें । इसके लिए सत्संग, ध्यान, हरि का आश्रय लें ।
5. बार-बार खाने तथा भोजन के बाद तुरंत नींद लेने या स्नान करने से बचें ।