शाह ने ठोकी मनो सरकार की पीठ
जनता के हितों को सर्वोपरि मानने और रखने का ही नतीजा है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मनोहर सरकार की कार्यशैली को सराहते हुए उस पर अपनी मुहर लगा दी।
Created By : ashok on :31-01-2023 15:28:13 संजय मग्गू खबर सुनें
संजय मग्गू
खूबियां खुद-बखुद नजर आती हैं, बहुत दूर से। बस देखने वाले की नीयत साफ होनी चाहिए। काम बोलता है, पूरी ठसक के साथ, उसे किसी जुबान की जरूरत नहीं पड़ती। हरियाणा की मनोहर लाल सरकार के कामकाज का तरीका भी उसी राह पर है। जनता के हितों को सर्वोपरि मानने और रखने का ही नतीजा है
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कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मनोहर सरकार की कार्यशैली को सराहते हुए उस पर अपनी मुहर लगा दी। मौसम का तकाजा था, इस वजह से शाह गोहाना (सोनीपत) के मंच पर जनता से रूबरू नहीं हो सके।
लेकिन, उन्होंने अपने चंद मिनटों के संबोधन में दिल की बात बयान करते हुए डंके की चोट पर कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के कार्यों के साथ-साथ हरियाणा में विकास ने जो गति पकड़ी है, उसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। पिछले आठ वर्षों के दौरान हरियाणा जितना आगे बढ़ा, उतना पिछली सरकारों के कार्यकाल में कभी नहीं बढ़ा। मनोहर लाल सरकार ने राज्य से भाई-भतीजावाद खत्म करके सभी को तरक्की के समान अवसर उपलब्ध कराए। आज मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरियां मिल रही हैं।
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गरीबों के घर दोनों समय चूल्हा जलता रहे, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है। शाह ने कहा कि राज्य में जातिवादी राजनीति का सिर नीचा हुआ है, भ्रष्टाचारियों को रात में नींद नहीं आ रही है। आम जन खुद को सुरक्षित-संरक्षित महसूस करते हैं। यही मनोहर लाल सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। गोहाना की जन उत्थान रैली को मोबाइल फोन से संबोधित करते हुए शाह ने हरियाणा वासियों से लोकसभा की सभी 10 सीटें यह कहकर मांग ली कि मिशन 2024 को कामयाब बनाने के लिए पिछली बार की तरह आगामी आम चुनाव में भी राज्य का सहयोग बहुत जरूरी है। निस्संदेह, यह मनोहर लाल सरकार के लिए गर्व का विषय है कि उनके कामकाज की धमक दिल्ली के गलियारों तक पहुंच रही है
और उसका समुचित मूल्यांकन भी हो रहा है। यही वजह है कि सिर्फ राज्य के आम जन नहीं, बल्कि दीगर राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच भी मनोहर सरकार की छवि अच्छी मानी जाती है। अगर किसी सरकार की तारीफ विपक्षी खेमे में होने लगे, तो इसे शुभ संकेत समझते हुए अपने प्रदर्शन को और निखारने का प्रयास करना चाहिए।