विजया एकादशी पर करें मां लक्ष्मी की भी पूजा, मनोकामनाएं होंगी पूरी
महीने में दो बार एकादशी का व्रत किया जाता है। बता दें इस महीने 27 फरवरी को विजया एकादशी मनाई जायेगी।माघ महीने की शुक्ल पक्ष की तिथि को जया एकादशी के अब फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी का व्रत व पूजन किया जाएगा।
Created By : Pradeep on :21-02-2022 17:53:56 प्रतीकात्मक तस्वीर खबर सुनेंमहीने में दो बार एकादशी का व्रत किया जाता है। बता दें इस महीने 27 फरवरी को विजया एकादशी मनाई जायेगी।माघ महीने की शुक्ल पक्ष की तिथि को जया एकादशी के अब फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी का व्रत व पूजन किया जाएगा। शास्त्रों में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है। लेकिन विजया एकादशी के दिन आपको भगवान विष्णु के साथ साथ माता लक्ष्मी की भी विशेष पूजा करनी चाहिए। एकादशी व्रत करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
विजया एकादशी पूजा विधि
- व्रत के एक दिन पहले (25 फरवरी, शुक्रवार) शाम को सयंमपूर्वक भोजन करें और रात में ब्रह्मचर्य का पालन करें। एकादशी की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की मूर्ति एक साफ स्थान पर स्थापित करें।
- इसके बाद भगवान विष्णु को पूजा करें। गाय के शुद्ध घी का दीपक जलाएं। चंदन, फूल, अबीर, गुलाल, चावल आदि चढ़ाएं। फल और अन्य पकवानों का भोग लगाएं। भोग में तुलसी के पत्ते जरूर डालें।
- दिन भर कुछ खाएं नहीं, संभव न हो तो एक समय फलाहार कर सकते हैं। रात में सोए नहीं, भगवान के भजन करें और मंत्रों का जाप करें।
- अगले दिन (27 फरवरी, रविवार) को पुन: भगवान विष्णु की पूजा करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं। इसके बाद ब्राह्मणों को दान और दक्षिणा देकर सम्मान विदा करें।
- बाद में स्वयं भोजन कर व्रत पूर्ण करें। इस तरह विधि-विधान से व्रत करने से हर काम में सफलता मिलती है।