मांगों को लेकर कर्मचारी सरकार को घेरने की तैयारी में
जिला स्तरीय प्रदर्शन करेंगे, केंद्रीय मंत्री के निवास पर होगा महापड़ाव
संयुक किसान मोर्चा, केंद्रीय ट्रेड यूनियनें और कर्मचारी संगठन 26 नवम्बर को जिला स्तरीय प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही 6 और 8 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के फरीदाबाद आवास पर स्कीम वर्करों का पड़ाव होगा। दोनों कार्यक्रमों की सफलता को लेकर 18 नवंबर को जाट धर्मशाला में संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया।
पलवल । संयुक किसान मोर्चा, केंद्रीय ट्रेड यूनियनें और कर्मचारी संगठन 26 नवम्बर को जिला स्तरीय प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही 6 और 8 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के फरीदाबाद आवास पर स्कीम वर्करों का पड़ाव होगा। दोनों कार्यक्रमों की सफलता को लेकर 18 नवंबर को जाट धर्मशाला में संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में सीआईटीयू के प्रदेश महासचिव जयभगवान व उर्मिला रावत तथा किसान नेता धर्मचन्द ने बताया कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के सभी वर्ग दुखी हैं। किसानों को किसी भी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है तथा खाद व बीज का भारी संकट पैदा हो रहा है। बढ़ रही बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार कोई गम्भीर कदम नहीं उठा रही है। सरकारी विभागों की नौकरियों पर रोक लगी हुई है।पूंजीपतियों का मुनाफा बढ़ाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र को कौड़ियों के भाव बेचा जा रहा है।
कहा गया कि प्रदेश में पांच साल पहले संशोधित होने वाले न्यूनतम वेतन को आज तक संशोधित नहीं किया गया है। केंद्र सरकार द्वारा तीनों परियोजनाओं के बजट में कटौती की जा रही है तथा धीरे धीरे इन परियोजनाओं को बन्द करने का प्रयास किया जा रहा है। मिड डे मील परियोजना को बड़े औद्योगिक घरानों को सौंपने के प्रयास किए जा रहे हैं।
आंगनवाड़ी में कैश ट्रांसफर प्ले वे स्कूल,पोषण ट्रैकर व फेस कैप्चर को लागू करके इसे खत्म करने का षडयंत्र किया जा रहा है।आशा वर्कर की मेहनत व लगन से ही हरियाणा की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो रहा है, फिर भी आशा वर्कर का भारी शोषण किया जा रहा है तथा उनकी बातों को नहीं सुना जा रहा है।
60 लाख स्कीम वर्कर, सरकार मानती है स्वयंसेवक :
तीनों परियोजनाओं में देश भर में लगभग 60 लाख से ज्यादा स्कीम वर्कर काम करती हैं, सरकार इन्हें वर्कर मानने की बजाय स्वयंसेवी मानती है। वर्ष 2018 के बाद इनके मानदेय में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। भाजपा सरकार मजदूरों,कर्मचारियों व किसानों के प्रति हमलावर रहती है।
यूनियन नेताओं ने कहा कि इन तमाम मुद्दों को लेकर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों व संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जिले के किसान मजदूर व कर्मचारी 26 नवम्बर को देवीलाल पार्क में इकट्ठे होकर प्रदर्शन करेंगे।
बैठक में सीआईटीयू की जिला प्रधान रामरती चौहान, किसान नेता दरियाब सिंह, डॉ रघुबीर सिंह,आशा वर्कर यूनियन की प्रधान सविता रावत, मिड डे मील की जिला प्रधान सोनबती सचिव ऊषा व आशा,आंगनवाड़ी यूनियन की जिला प्रधान कृष्णा क्रैच वर्कर की नेता कमला सीटू नेता रमेशचंद तथा रामआसरे यादव मौजूद रहे!



