ENVIRONMENT NEWS : 500 एकड़ में बनेगा नमो वन, जन सहयोग से सिरे चढ़ेगा अरावली ग्रीन वॉल अभियान
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव रहे मुख्य अतिथि, वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने की अध्यक्षता

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुरुग्राम वासियों से आह्वान किया कि वे हर रविवार सुबह कम से कम एक घंटे अपने समय का योगदान अरावली के ग्रीन अरावली अभियान में दें। उन्होंने कहा कि इस छोटे प्रयास से पूरे शहर में हरियाली बढ़ाने, प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक नागरिक इस अभियान में नियमित रूप से भागीदारी निभाए, तो गुरुग्राम न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक हरा-भरा, स्वच्छ और विकसित शहर बनने की दिशा में अग्रसर होगा।
मंजू कुमारी, गुरुग्राम
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने समारोह में अपने संबोधन में गुरुग्राम वासियों से आह्वान किया कि वे हर रविवार सुबह कम से कम एक घंटे अपने समय का योगदान अरावली के ग्रीन अरावली अभियान में दें। उन्होंने कहा कि इस छोटे प्रयास से पूरे शहर में हरियाली बढ़ाने, प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि प्रत्येक नागरिक इस अभियान में नियमित रूप से भागीदारी निभाए, तो गुरुग्राम न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक हरा-भरा, स्वच्छ और विकसित शहर बनने की दिशा में अग्रसर होगा।
वन्य जीव संरक्षण से ही सुरक्षित रहेगा पर्यावरण
हरियाणा के वन, पर्यावरण एवं वन्य जीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि दुनिया की सबसे प्राचीन पर्वतमाला अरावली हमारी धरोहर है। यह केवल पर्वतमाला ही नहीं, बल्कि ऋषि-मुनियों की तपस्थली और जैव विविधता का आधार भी रही है। जब तक हमारे वन सुरक्षित रहेंगे, तब तक वन्य जीव-जंतु भी सुरक्षित रहेंगे। जीव-जंतु और पक्षी हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं। यदि हम उनकी रक्षा नहीं करेंगे तो पृथ्वी का संतुलन बिगड़ जाएगा। इसीलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह बेजुबान पशु-पक्षियों की देखभाल करे और वनों की सुरक्षा को अपना संकल्प बनाए। वन्य जीव सप्ताह का उल्लेख करते हुए राव नरबीर सिंह ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जन-जन को जागरूक करना है ताकि समाज में यह संदेश पहुंचे कि वन्य जीवों की रक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें हर व्यक्ति को योगदान देना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का उल्लेख करते हुए कहा कि पेड़ केवल लगाना ही नहीं, बल्कि उनकी पांच साल तक एक बच्चे की तरह देखभाल करना भी जरूरी है। जब पेड़ बड़े होंगे तो वे पशु-पक्षियों के लिए आश्रय स्थल बनेंगे और प्रकृति का संतुलन भी ठीक रहेगा।
नमो वन में 750 पौधे रोपे
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथियों, विद्यार्थियों, ग्रामीणों और प्रतिभागियों द्वारा प्रस्तावित ‘नमो वन’ में 750 पौधों का रोपण किया गया। इसके साथ ही 500 एकड़ क्षेत्र में वृक्षारोपण कार्य का शुभारंभ भी किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने संकल्प लिया कि लगाए गए पौधों की देखभाल बच्चे की तरह की जाएगी, ताकि आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र हरा-भरा बनकर पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण प्रस्तुत कर सके।
अरावली स्पीशीज नर्सरी का शिलान्यास
कार्यक्रम के दौरान मानेसर स्थित शनि मंदिर परिसर में अरावली स्पीशीज नर्सरी का शिलान्यास भी किया गया। यह नर्सरी अरावली पर्वत श्रृंखला में स्थानीय प्रजातियों के पौधों और वृक्षों की पैदावार, संरक्षण और पुनः रोपण के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करेगी। यहां उगाए गए पौधे ग्रीन अरावली अभियान के तहत विभिन्न क्षेत्रों में लगाए जाएंगे, जिससे न केवल हरा-भरा वातावरण बनेगा, बल्कि वन्य जीवों के लिए आश्रय और जैव विविधता का संरक्षण भी सुनिश्चित होगा।
पुस्तक का विमोचन किया
कार्यक्रम के दौरान हरियाणा की जैव विविधता और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण पुस्तकों व प्रकाशनों का केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव तथा कैबिनेट मंत्री राव नरबीर सिंह द्वारा विमोचन किया गया। इनमें “हरियाणा की वन्य जीव धरोहर”, “हरियाणा के 75 सामान्य वृक्ष”, “हरियाणा के 75 स्थानीय पक्षी”, “हरियाणा के 75 जलपक्षी”, “हरियाणा के 75 वन्य प्राणी”, “हरियाणा की 75 तितलियां”, “जटायु की कहानी – भारत के गिद्धों को बचाने की पहल”, “सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान पर कॉफी टेबल बुक”, “मंगर बानी परिदृश्य – मानव और तेंदुआ सहअस्तित्व”, “गुरुग्राम कूलिंग एक्शन प्लान”, “वाइल्ड हरियाणा न्यूज़” तथा “वाइल्ड हरियाणा” ट्रेलर प्रमुख रहे।