नशा-मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ : छात्रों को नशे के खिलाफ दिलाई शपथ
नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में गुरुग्राम विश्वविद्यालय में
नशा मुक्त भारत अभियान की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में गुरुग्राम विश्वविद्यालय में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अतिरिक्त श्रम आयुक्त कुशल कटारिया ने छात्रों, कर्मचारियों, अधिकारियों और शिक्षकों को नशे के खिलाफ शपथ दिलाई।
अतिरिक्त श्रम आयुक्त कुशल कटारिया ने कहा कि नशा न केवल युवा शक्ति को क्षति पहुंचाता है, बल्कि परिवार, समाज और विकास की गति को भी बाधित करता है। उन्होंने कहा कि नशे जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के लिए जन-जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है, और प्रशासन, शिक्षण संस्थान तथा समाज के संयुक्त प्रयासों से ही इस अभियान को व्यापक प्रभाव दिया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि युवाओं की ऊर्जा और क्षमता देश की सबसे बड़ी ताकत है, और इसे नशे के चंगुल से दूर रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि जब युवा जागरूक होंगे तो पूरा समाज जागरूक होगा, और तभी नशामुक्त भारत का सपना साकार हो सकेगा। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से अपील की कि वे नशा-मुक्ति के संदेश को अपने परिवार, साथियों और समुदाय तक पहुंचाकर अभियान को मजबूत बनाएं।
5वीं वर्षगांठ के इस विशेष अवसर पर जिलेभर में भी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। गुरुग्राम के सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों, विभागों, सरपंचों, पार्षदों और सामुदायिक समूहों ने नशा-मुक्त भारत अभियान में सहभागी बनते हुए जागरूकता गतिविधियां संचालित की। विभिन्न स्थानों पर छात्रों, कर्मचारियों और नागरिकों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई तथा नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर पंजाब के अमृतसर स्थित गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह के साथ सहयोग से रहा। इस अवसर पर गुरुग्राम विश्वविद्यालय की डीन प्रो. नीरा वर्मा, जिला सामाजिक कल्याण विभाग से तरुणा, सहायक दीपक, सहायक हरिओम, क्लर्क सुरेन्द्र सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।



