मनुष्य जीवन का अंतिम लक्ष्य सृष्टिकर्ता का आशीर्वाद प्राप्ति

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आर्य समाज सेक्टर 22 – 23 के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव के समापन दिवस समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, फरीदाबाद नगर निगम की मेयर 

आर्य समाज सेक्टर 22 – 23 के दो दिवसीय वार्षिकोत्सव के समापन दिवस समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, फरीदाबाद नगर निगम की मेयर प्रवीन बत्रा जोशी को ओम पट्टिका पहना कर, पुष्प गुच्छ देकर व सत्यार्थ प्रकाश भेंट कर प्रधान संजय सेतिया, वसु मित्र सत्यार्थी, दिव्या मुंजाल तथा अंजू सेतिया ने स्वागत किया।

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मेयर प्रवीन बत्रा जोशी ने आर्य समाज प्रबंधन द्वारा आमंत्रण और सम्मानित करने के लिए आभार प्रकट करते हुए एक सफल और भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने देश और समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें आर्य समाज की स्थापना करके समाज को अंधविश्वासों से मुक्त करना और वेदों के ज्ञान को पुनर्जीवित करना शामिल था। उन्होंने शिक्षा में सुधार, स्त्री शिक्षा के लिए वकालत, जातिगत भेदभाव का विरोध और एक मजबूत, एकजुट और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण पर जोर दिया

वार्षिकोत्सव के समापन दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित करके किया गया। प्रसिद्ध भजनोपदेशक पंडित दिनेश पथिक ने अपनी मधुर वाणी और ज्ञानवर्धक प्रवचनों के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हुए देशभक्ति, धार्मिक और नैतिक मूल्यों, ईश्वर भक्ति, सदाचार, कर्म की महत्ता और वैदिक दर्शन पर केंद्रित भजनों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

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आर्य जगत के प्रख्यात विद्वान आचार्य नरेंद्र मैत्रेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि मर्यादित, सात्विक और संस्कारित जीवन और श्रद्धा पूर्वक भक्ति से सृष्टि के कर्ता प्रभु का आशीर्वाद प्राप्त करना जीवन का एक उच्च आदर्श है। 

ईश्वर की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सात्विक जीवन शैली, शुद्ध विचार, सादा भोजन और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार जीवन जीना, जीवन के हर क्षेत्र में मर्यादा का पालन करना और अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना, बड़ों का सम्मान करना, दयालु होना और सामाजिक तथा पारिवारिक मूल्यों को बनाए रखते हुए श्रद्धा पूर्वक भक्ति, प्रभु की पूजा, ध्यान और प्रार्थना पूरे मन से, बिना किसी स्वार्थ के करना यह मार्गदर्शक सिद्धांत जीवन को एक सही दिशा देता है और व्यक्ति को स्वार्थ से परमार्थ की ओर ले जाता है।

इन गुणों को अपने जीवन में ढालकर, व्यक्ति न केवल आध्यात्मिक शांति प्राप्त करता है, बल्कि सृष्टि के सर्वोच्च कर्ता के साथ एक गहरा और पवित्र संबंध भी स्थापित करता है, जिससे निश्चित रूप से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। मनुष्य जीवन का अंतिम लक्ष्य केवल भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति नहीं, बल्कि एक उच्चतर आध्यात्मिक उद्देश्य को प्राप्त करना है।

आर्य समाज सैक्टर 22 – 23 के प्रधान संजय सेतिया ने आमंत्रित विद्वानों, विभिन्न आर्य समाज से आये पदाधिकारियों, समस्त आर्यजनों का कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सफल बनाने में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर सत्य प्रकाश अरोड़ा, कर्ण सिंह, लाल सिंह, सूरज आर्य, अनिल सूद, वसु मित्र सत्यार्थी, जितेंद्र सरल, दिव्या मुंजाल, अंजू सेतिया। मंजू गांधी, शांता सेतिया, रजनी डूडेजा, रिंकू मांझी, विमल सचदेवा आदि मौजूद रहे।

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